पूर्व आईएएस डॉ. मोहम्मद अनीस अंसारी राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एन्टी करप्शन मिशन के संरक्षक मंडल में हुए शामिल* *साहित्य, शिक्षा और प्रशासन में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले डॉ. अंसारी को राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. वसीम रज़ा ने किया नामित*

GRNews Network Brodcast center editor in chief ved Parkash Srivastava
लखनऊ। देश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षाविद एवं उर्दू साहित्य के ख्यातिप्राप्त कवि डॉ. मोहम्मद अनीस अंसारी (सेवानिवृत्त आईएएस) को राष्ट्रीय मानवाधिकार एंड एन्टी करप्शन मिशन संगठन के संरक्षक मंडल में शामिल किया गया है। यह निर्णय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक डॉ. वसीम रज़ा द्वारा लिया गया। संगठन ने डॉ. अंसारी की दीर्घकालिक प्रशासनिक सेवाओं, अकादमिक योगदान और सामाजिक सरोकारों को देखते हुए यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है।
डॉ. अनीस अंसारी 1973 बैच के प्रतिष्ठित आईएएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एलएलबी और एलएलएम में टॉप किया तथा 2012 में लखनऊ विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वे ऑल इंडिया रैंक 2 के साथ प्रशासनिक सेवा में आए थे। अपने प्रशासनिक जीवन में उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि, पंचायतीराज, ऊर्जा, पर्यटन, श्रम, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, राजस्व, वक्फ तथा ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों में उच्च पदों पर कार्य किया। वे बिजनौर और उन्नाव के जिलाधिकारी, श्रमायुक्त, विकास आयुक्त और अंततः कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) जैसे पदों पर रहते हुए प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को दिशा देते रहे।
सेवानिवृत्ति के बाद वे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू-अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ के संस्थापक कुलपति बनाए गए, जहाँ उन्होंने भाषायी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्त्वपूर्ण कार्य किए। वे AMU कोर्ट, कोल इंडिया लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक, गिरि विकास संस्थान के उपाध्यक्ष समेत कई शैक्षणिक और सरकारी योजनाओं से जुड़े संस्थानों में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
साहित्य के क्षेत्र में भी उनका योगदान अतुलनीय रहा है। डॉ. अंसारी ने अब तक उर्दू काव्य की नौ पुस्तकें प्रकाशित की हैं, जिनमें शहर-ए-सराब, जंग और मोहब्बत के दरमियां, तीसरेदिन का सूरज और तेरे वास्ता रोता हूँ ज़मीन जैसी चर्चित किताबें शामिल हैं। उन्हें फिराक गोरखपुरी अवॉर्ड, उर्दू अकादमी पुरस्कार, इम्तियाज़-ए-मीर अवॉर्ड, मौलाना अली जौहर सम्मान और जयशंकर प्रसाद सम्मान जैसे कई राष्ट्रीय और प्रांतीय पुरस्कारों से नवाज़ा गया है।
डॉ. अनीस अंसारी की संगठन में संरक्षक मंडल में नियुक्ति से न केवल संगठन को एक अनुभवी और सुलझा हुआ मार्गदर्शक मिलेगा, बल्कि मानवाधिकार और भ्रष्टाचार विरोधी प्रयासों को भी नई दिशा मिलेगी।