
सरकार बदल गयी सिस्टम नही बदला, भ्रष्टाचार की मार झेल रहा किसान

गाजीपुर। धान क्रय केन्द्र धुर्वाजून के प्रभारी पर लगाया भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाते हुए अपना विरोध जताया है। ग्रामसभा धुर्वाजून के कास्तकार भानू प्रकाश ने बताया कि हमारे धान की खरीद में हेराफेरी की गयी। नियमानुसार धान की खरीद 40 किलो 6 सो ग्राम की बोरी पर होती है, वही इस क्रय केन्द्र पर प्रत्येक बोरी 41 किलो 2 सौ ग्राम की तौल की गयी और इसकी उच्चस्तरीय शिकायत करने पर किसान के तीसरे खेप में धान की खरीद 40 किलो 6 सौ ग्राम की हुई ओैर पहले बेचे गये धान 41 किलो 2 सौ ग्राम के बोरी में 6 सौ ग्राम प्रत्यक बोरी के हिसाब से अधिक धान लिया गया जिसका कोई हिसाब नही किया गया। वही दुसरे किसान सुनील राय ने बताया कि मानक के विपरीत हमारे कुल धान पर 20 प्रतिशत कटौती की बात धान क्रय केन्द्र प्रभारी द्वारा किया गया जिसपर किसान ने अपने लगभग 40 कुन्तल धान को गांव से दूर पहाड़पुर क्रय केन्द्र पर मानके ेके अनुरूप विक्रय करने पर मजबूर किया गया। किसान लालजी ने बताया कि धान की खरीद दलालो के माध्यम से की गयी दलालो व क्रय केन्द्र प्रभारी व उच्चाधिकारियो की मिली भगत से हमारा धान बिचौलियां के माध्यम से मशीन पर अगुंठा लगावाकर धान क्रय किया गया है। कुछ किसानो ने अपने बोरे का बकाया का भुगतान को हड़पने का आरोप लगाया गया। धान क्रय केन्द्र पर एकत्र हुए किसानो ने बताया कि क्रय केन्द्र धुर्वाजून विगत पहली फरवरी से ही बन्द है, इसकी सूचना पर जिला विपणन अधिकारी से टेलीफोनिक वार्ता में बताया कि जिले में कुल 160 क्रय केन्द्र हे जिनमें से 50 क्रय केन्द्र 28 फरवरी तक चालू रहेगे जिसमें धुर्वाजून क्रय केन्द्र भी है। मौके पर धुर्वाजून क्रय केन्द्र बन्द होने पर किसानो ने विरोध जताया तो आनन फानन में आये केन्द्र प्रभारी मनोज राय ने सबके सामने क्रय केन्द्र का ताला खोलकर पर दिखाया गया और इन किसानो की शिकायत को सरासर खारिज करते हुए नकार दिया। वही अपने घरो मे सैकड़ो कुन्तल धान की बोरी दिखाकर क्रय केन्द्र व उनके अधिकारियो की पोल खोल कर रख दी है। किसानो ने बताया कि किसी भी पार्टी की सरकार हो किसानो का शोषण उत्पीड़न होता है बड़ी उम्मीद से किसानो ने सरकार बदली है पर सरकार बदल गयी लेकिन भ्रष्टाचार का सिस्टम नही बदला ओैर आज अन्नदाता शोषण का शिकार हो गया है। किसानो ने इसकी उच्चस्तरीय जांच कर धान क्रय केन्द्रो पर हो रहे घोटालो की जांच कर किसानो के शोषण व उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की। किसान सभा के जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि किसानो के साथ हुए उत्पीड़न व धोखाधड़ी की उच्चस्तरीय जांच मांग की जायेगी। इस सम्बन्ध में जिला विपणन अधिकारी रतन कुमार शुक्ला ने बताया कि किसानो के शिकायत की जांच की जायेगी दोषी पाये जाने पर कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी और जिन किसानो ने अपने धान अभी तक नही बेच जाये है वो धुर्वाजून धान क्रय केन्द्र पर जाकर अपने धान की ब्रिकी 28 फरवरी तक कर ले।