
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की हुई पूजा, ब्राम्हणबन्धु हुए सम्मानित, मुसहरो ने निकाली झांकी

मोहन तिवारी
गाजीपुर। बसंत पंचमी के अवसर पर वीणा वादिनीं मां सरस्वती की पूजा धुमधाम से मनाया गया। नगर सहित जनपद के विभिन्न स्थानो व मंदिरो, विद्यालयो में आधुनिक पंडाल सजाकर मां सरस्वती की प्रतिमा की स्थापना कर विधि विधान से पूजा किया गया। पूजा पंडालो मे बच्चो व महिलाओ ने पीताम्बरी व बासंतिक वेश धारण कर पीले फूल व फल केला, सन्तरा, गाजर, हलवा का भोग लगाकर श्रद्धालुओ को प्रसाद के रूप में बांटा गया और सांय काल इलेक्ट्रिक रंग बिरंगी लाईटो व झालरो से सजाया गया और देवी गीत व भजन का आयोजन किया गया। जिसमें सैदपुर, जखनियां, दुल्लहपुर बिरनो, मुहम्मदाबाद, भावरकोल, कासिमाबाद, जमानिया, रेवतीपुर, भदौरा सहित नगर के मिश्रबाजार, महाजनटोली, चन्दननगर रौजा, गोराबाजार, स्टीमरघाट, जलनिगम रोड लहुरी काशी आदि स्थानो पर मां सरस्वती की भव्य झांकियां सजायी गयी।
इस अवसर पर लहुरी काशी में मंगलवार को मां सरस्वती पूजा के दौरान ब्राम्हणो कोे सम्मानित किया गया। सम्मनित करते हुए अंकुश पाण्डेय ने बताया कि मां वीणा वादिनी की पूजा हम ब्राम्हण पौराणिक काल से करते आ रहे है और उसका प्रभाव पूरे सृष्टि व समाज मे दिखता है सृष्टि व समाज निर्माण में मां सरस्वती व ब्रम्हाजी की अहम भूमिका रही है। जिसके लिए ब्राम्हण बन्धुओ में धनन्जय मिश्रा, मोनू तिवारी, राहुल, अभिषेक, पाण्डेय को अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सरस्वती पूजा के महात्म को जानकर समाज के अति पिछड़े मुसहर बिरादरी ने भी चन्दननगर रौजा स्थित मां सरस्वती की प्रतिमा का स्थापना कर धूमधाम व गाजे बाजे के साथ पं.तारकेश्वर महाराज के माध्यम से पूजा अर्चना की। जिसमें अखिलेश मुसहर, राजा मुसहर, संजय साहित दर्जनो युवको ने बैण्ड व तासा बजाकर धूम धाम से आरती पूजन किया। जिसमे जिला शासकीय अधिवक्ता कृपाशंकर राय इस कार्यक्रम में शामिल होकर हौसला अफजाई किया।