*11 वर्षीय बच्ची के छेड़खानी का आरोपी रेल कर्मी की, हमसफर ट्रेन के यात्रियों की पिटाई से मौत।

* GR news network एडिटर इन चीफ वेद प्रकाश श्रीवास्तव कानपुर 13सितंबर पटरी पर दौड़ती हमसफर एक्सप्रेस में डेढ़ घंटे तक 50 से ज्यादा लोगों ने रेलवे कर्मचारी प्रशांत की पिटाई की। बोगी में मौजूद यात्री प्रशांत को तब तक पीटते रहे। जब तक कि कानपुर GRP ने उसे कस्टडी में नहीं ले लिया।
प्रशांत को कानपुर सेंट्रल स्टेशन के GRP थाने लाया गया। वह यहां करीब 6 घंटे तक तड़पता रहा। मेडिकल फैसिलिटी मिलने में देरी की वजह से प्रशांत की सांसें थम गईं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्रशांत की बॉडी पर 13 बाहरी चोट मिली हैं। वहीं कई अंदरूनी चोट भी हैं।
. बुधवार रात करीब 11:30 बजे बिहार के सिवान से दिल्ली के लिए हमसफर एक्सप्रेस (02563) रवाना हुई। रेलवे में ग्रुप-डी में नौकरी करने वाला प्रशांत कुमार (34) सिवान से दिल्ली जा रहा था। वह बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला था। AC थर्ड इकोनॉमी कोच में सफर कर रहा था। पुलिस को उसके पास से जनरल टिकट मिला। TTE ने उसे बर्थ अलॉट की थी।
इसी कोच में एक परिवार अपनी 11 साल की बच्ची के साथ सफर कर रहा था। बुधवार देर रात बच्ची के परिवार के लोग सो गए। मां टॉयलेट गई तो प्रशांत ने 11 साल की बच्ची को दबोच लिया। बच्ची को धमकी भी दी कि अगर किसी को बताया तो पूरे परिवार को मार देंगे। इससे बच्ची सहम गई। मां पहुंची तो बच्ची लिपट गई और फफककर रोने लगी। इसके बाद बोगी में मौजूद लोगों को भी इस बात की भनक लगी। यात्री भड़क गए। प्रशांत को सीट से खींच लिया। 2 कोच की भीड़ इकट्ठा हो गई।
लखनऊ के ऐशबाग स्टेशन से गुरुवार रात 3 बजे प्रशांत के साथ मारपीट शुरू हुई थी। सुबह 4:35 बजे ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। तब तक भीड़ प्रशांत को बेरहमी से पीटती रही। GRP ने भीड़ के कब्जे से प्रशांत को हिरासत में लिया और थाने लेकर पहुंची।
इस दौरान करीब 6 घंटे यानी दोपहर 12 बजे तक प्रशांत कराहता रहा और दर्द से तड़पता रहा। लेकिन GRP ने उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया। GRP ने पीड़ित से तहरीर ली। बच्ची का बयान दर्ज क